हरिद्वार: रुड़की में शनिवार को एक दर्दनाक लापरवाही का मामला सामने आया, जब एक आठ वर्षीय छात्र स्कूल की बंद कक्षा में करीब चार घंटे तक फंसा रहा। बच्चे के रोने की आवाज सुनकर आसपास के लोग एकत्र हुए, जिसके बाद पुलिस को सूचना दी गई। मौके पर पहुंची पुलिस ने स्कूल का ताला खुलवाया और बच्चे को सकुशल बाहर निकाला।
यह घटना गंगनहर कोतवाली क्षेत्र के अंबर तालाब स्थित राजकीय प्राथमिक विद्यालय नंबर-12 की है। बताया जा रहा है कि तीसरी कक्षा का छात्र नयन स्कूल खत्म होने के बाद गलती से कक्षा में ही रह गया। स्कूल स्टाफ और शिक्षिकाओं ने यह ध्यान नहीं दिया कि बच्चा अंदर है और उन्होंने स्कूल का मुख्य द्वार बंद कर दिया।
शाम के समय जब स्थानीय लोगों ने स्कूल की इमारत से बच्चे के रोने की आवाज सुनी, तो वहां हड़कंप मच गया। कुछ ही देर में लोगों की भीड़ इकट्ठी हो गई और उन्होंने पुलिस को सूचना दी। पुलिस ने मौके पर पहुंचकर स्कूल का दरवाजा खुलवाया, जिसके बाद नयन को रोते हुए पाया गया। बताया गया कि बच्चा लगभग चार घंटे तक कक्षा में बंद रहा था।
इस दौरान बच्चे के परिजन भी परेशान होकर उसकी तलाश में जुटे हुए थे। उन्हें जैसे ही सूचना मिली, वे तुरंत स्कूल पहुंचे और बच्चे को देखकर भावुक हो गए। स्थानीय लोगों ने स्कूल प्रशासन पर गंभीर लापरवाही का आरोप लगाया है।
खंड शिक्षा अधिकारी (BEO) अभिषेक शुक्ला ने कहा कि उन्हें घटना की जानकारी दी गई है और पूरे मामले की जांच कराई जाएगी। उन्होंने आश्वासन दिया कि जांच के बाद संबंधित जिम्मेदार शिक्षकों पर कड़ी कार्रवाई की जाएगी।
इस घटना के बाद अभिभावकों में रोष है और उन्होंने मांग की है कि भविष्य में ऐसी घटनाओं को रोकने के लिए स्कूल प्रशासन को सख्त दिशा-निर्देश जारी किए जाएं।





