ऋषिकेश: तीर्थनगरी ऋषिकेश में लायंस क्लब रॉयल के दीपावली मेले की तैयारियों के दौरान बड़ा विवाद खड़ा हो गया। एक होटल में युवतियों द्वारा रैंप वॉक की रिहर्सल चल रही थी, तभी हिंदू संगठन के कार्यकर्ता पहुंच गए और पश्चिमी परिधानों में किए जा रहे इस कार्यक्रम का विरोध किया।

कैसे शुरू हुआ विवाद
शनिवार को श्री भरत मंदिर इंटर कॉलेज मैदान में होने वाले भव्य दीपावली मेले की तैयारी के लिए देहरादून रोड स्थित एक होटल में युवतियां रैंप वॉक का अभ्यास कर रही थीं। ये आयोजन मिस ऋषिकेश प्रतियोगिता के चयन का हिस्सा था।
इसी बीच, राष्ट्रीय हिंदू शक्ति संगठन के प्रदेश अध्यक्ष राघवेन्द्र भटनागर अपने कार्यकर्ताओं के साथ मौके पर पहुंचे और पश्चिमी कपड़ों में हो रही रैंप वॉक पर नाराजगी जताई। उनका कहना था कि ऋषिकेश हिंदू आस्था की नगरी है और यहां ऐसे कार्यक्रम नहीं होने चाहिए।
होटल मालिक का पुत्र अक्षत गोयल भी वहां पहुंचा और संगठन के कार्यकर्ताओं से उलझ पड़ा। दोनों पक्षों में बहस इतनी बढ़ गई कि माहौल तनावपूर्ण हो गया और लोगों को बीच-बचाव करना पड़ा।
संगठन का आरोप था कि आयोजक भारतीय संस्कृति और उत्तराखंड की पारंपरिक वेशभूषा को दरकिनार कर सिर्फ पश्चिमी परिधान को बढ़ावा दे रहे हैं।

वहीं, लायंस क्लब रॉयल के अध्यक्ष पंकज चंदानी ने सफाई देते हुए कहा – “यह कार्यक्रम मिस ऋषिकेश के चयन का हिस्सा है। हमारा उद्देश्य बच्चियों को मंच देना और उन्हें आगे बढ़ने का अवसर देना है। क्लब किसी की भावनाओं को आहत नहीं करना चाहता।”
युवतियों की प्रतिक्रिया
कार्यक्रम में हिस्सा ले रही कुछ युवतियों ने भी विरोध कर रहे संगठन से सवाल किए और कहा कि कपड़े किसी की संस्कृति को कमज़ोर नहीं करते। उन्होंने अंग्रेजी में अपनी बात रखी और कहा कि वे इस मंच से अपनी प्रतिभा दिखाना चाहती हैं।
हिंदू संगठन का पक्ष
प्रदेश अध्यक्ष राघवेन्द्र भटनागर ने कहा – “ऋषिकेश तीर्थनगरी है। सनातन धर्म महिलाओं को मर्यादा में रहने की शिक्षा देता है। पश्चिमी परिधान पहनकर रैंप वॉक करना यहां की धार्मिक और सांस्कृतिक पहचान को ठेस पहुंचाता है।”





