नई दिल्ली: प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने रविवार शाम 5 बजे राष्ट्र के नाम विशेष संबोधन किया। उन्होंने यह संबोधन प्रधानमंत्री आवास, 7 लोक कल्याण मार्ग, नई दिल्ली से किया। नवरात्रि से पहले दिए गए इस संदेश में पीएम मोदी ने गरीबी उन्मूलन, टैक्स सुधार, छोटे उद्योगों के लिए राहत और आत्मनिर्भर भारत अभियान पर विस्तार से चर्चा की।
पीएम मोदी के संबोधन की बड़ी बातें
25 करोड़ लोग गरीबी से बाहर
मोदी ने कहा कि पिछले 11 वर्षों में केंद्र सरकार की योजनाओं से 25 करोड़ लोग गरीबी से निकलकर नए मध्यम वर्ग का हिस्सा बने हैं। उन्होंने इसे “नए भारत की सबसे बड़ी उपलब्धि” बताया।
12 लाख तक आय टैक्स फ्री
प्रधानमंत्री ने घोषणा की कि अब 12 लाख रुपये तक की वार्षिक आय पर कोई इनकम टैक्स नहीं देना होगा। साथ ही जीएसटी में कटौती का सीधा लाभ गरीब और मध्यम वर्ग दोनों को मिलेगा।
MSME को डबल फायदा
मोदी ने छोटे उद्योगों को “भारत की रीढ़” बताते हुए कहा कि MSME सेक्टर पर टैक्स का बोझ कम होगा और बिक्री बढ़ेगी। इससे रोज़गार और अर्थव्यवस्था दोनों को मजबूती मिलेगी।
नए जीएसटी सुधार और बचत उत्सव
कल से नए जीएसटी नियम लागू होंगे। अब 99% सामान पर सिर्फ 5% जीएसटी लगेगा। इसके साथ ही “जीएसटी बचत उत्सव” भी शुरू होगा, जिसके तहत घर, वाहन, इलेक्ट्रॉनिक सामान और यात्रा सब कुछ सस्ता होगा।
वन नेशन, वन टैक्स
प्रधानमंत्री ने कहा कि अब पूरे देश में एक समान टैक्स व्यवस्था लागू होगी। इससे व्यापारियों को राहत मिलेगी और विकास की गति और तेज़ होगी।
स्वदेशी और आत्मनिर्भर भारत पर ज़ोर
मोदी ने जनता से अपील की—“विदेशी सामान छोड़ें और ‘मेड इन इंडिया’ उत्पाद अपनाएं। इससे युवाओं को रोजगार मिलेगा और भारत आत्मनिर्भर बनेगा।”
क्यों किया संबोधन?
पीएम मोदी ने नवरात्रि से पहले देशवासियों को संबोधित करते हुए कहा कि यह समय नए संकल्पों और नई ऊर्जा का है। उन्होंने जनता से सरकार के सुधारों और आत्मनिर्भर भारत के सपने को साकार करने में साथ देने की अपील की।
पीएम मोदी का समापन संदेश“आत्मनिर्भर भारत कोई योजना नहीं, बल्कि 140 करोड़ देशवासियों का सामूहिक संकल्प है। हम सब मिलकर भारत को और मज़बूत और समृद्ध बनाएंगे।”





