देहरादून: देहरादून पुलिस ने करोड़ों की ठगी करने वाले माइक्रो फाइनेंस इंडिया एसोसिएशन कंपनी के संचालक जगमोहन सिंह चौहान को गिरफ्तार कर जेल भेज दिया है। आरोपी ने भोले-भाले लोगों को “भारी मुनाफे का लालच” देकर उनकी अच्छी खासी कमाई हड़प ली।
करोड़ों का निवेश और बड़ा धोखा
पुलिस के अनुसार, आरोपी जगमोहन चौहान ने लोगों को बताया कि उसकी कंपनी,” समृद्धि निधि लिमिटेड” जो उसकी पत्नी के नाम पर खोली थी, उसमें अगर लोग अपना पैसा लगाएंगे तो उन्हें ऊंचा ब्याज और भारी मुनाफा मिलेगा। लोगों ने उस पर विश्वास कर आरडी, एफडी और डीडीएस खाते खुलवाए और लाखों-करोड़ों रुपये जमा करा दिए। लेकिन कुछ ही समय बाद आरोपी और उसकी पत्नी नीलम चौहान ने कंपनी का संचालन बंद कर दिया और फरार हो गए।
आरोपी ने देहरादून में तीन साल तक करीबन 15000 लोगों को सुकन्या समृद्धि सरकारी योजना के नाम पर लोगों से भारी रकम जमा कराने के लिए मनाया। और जब लोगों ने अपने पैसे जमा करवाए तो दोनों पति पत्नी पैसे लेकर फरार हो गए थे।
जिसके बाद लोगो ने आरोप लगायाकि आरोपी शिक्षक ने 150 करोड़ रुपए तक की हेरा फेरी की है। जिसके बाद आरोपी को पकड़ लिया गया है और उसके अन्य साथियों की पुलिस जांच कर रही है।
एसएसपी देहरादून की सख्ती से खुला मामला
थाना नेहरू कॉलोनी क्षेत्र में कंपनी के खिलाफ दर्ज हुई शिकायतों के बाद एसएसपी देहरादून अजय सिंह ने इस मामले को गंभीरता से लेते हुए जांच के निर्देश दिए।बताया कि 2 अक्टूबर 2025 को थाना नेहरू कॉलोनी पुलिस ने उप निरीक्षक प्रवीण पुंडीर की तहरीर पर मुकदमा दर्ज किया। पुलिस ने मामला बड्स एक्ट, बीएनएस की धारा 316(2)/318(4)/61(2) और उत्तराखंड जमाकर्ताओं के हितों का संरक्षण अधिनियम के तहत पंजीकृत किया।
पुलिस ने की चौकसी, आरोपी गिरफ्तार
पुलिस टीम ने लगातार इलेक्ट्रॉनिक सर्विलांस और मुखबिर तंत्र की मदद से आरोपी की लोकेशन ट्रेस की। आखिरकार, 7 अक्टूबर 2025 को नेहरू कॉलोनी रोड से आरोपी को गिरफ्तार कर लिया गया।
गिरफ्तार आरोपी की पहचान जगमोहन सिंह चौहान (55 वर्ष), निवासी सरस्वती विहार, थाना नेहरू कॉलोनी, देहरादून के रूप में हुई है।
एसएसपी देहरादून की अपील
एसएसपी अजय सिंह ने कहा कि — “लोग लालच में आकर किसी भी फाइनेंस कंपनी में निवेश करने से पहले उसकी कानूनी मान्यता की जांच करें। ऐसे मामलों में देहरादून पुलिस सख्त कार्रवाई कर रही है और आम जनता की कमाई हड़पने वालों को किसी भी हाल में बख्शा नहीं जाएगा।”





