छतरपुर: बागेश्वर धाम के प्रमुख धीरेन्द्र शास्त्री एक बार फिर अपने बयान को लेकर सुर्खियों में हैं। सोमवार को वे मध्य प्रदेश के लवकुशनगर स्थित बंबरबेनी माता मंदिर पहुंचे थे, जहां उन्होंने गरबा पंडालों में मुस्लिम समुदाय की एंट्री को लेकर बड़ा बयान दिया।
शास्त्री ने कहा कि “जैसे हिंदू समाज हज यात्रा में नहीं जाता, वैसे ही मुस्लिमों को गरबा पंडालों में नहीं जाना चाहिए।”यही नहीं, उन्होंने यह भी कहा कि “गरबा पंडालों के मुख्य दरवाज़े पर गोमूत्र छिड़कना चाहिए, ताकि केवल सनातन धर्म के लोग ही अंदर आ सकें।”
सोशल मीडिया पर बहस
नवरात्रि और गरबा उत्सव से ठीक पहले आया यह बयान सोशल मीडिया पर बड़ी बहस का कारण बन गया है।
समर्थक पक्ष: धीरेन्द्र शास्त्री के समर्थक इसे सनातन संस्कृति की रक्षा बताते हुए उनके बयान का समर्थन कर रहे हैं। तो वहीं विरोधी पक्ष आलोचकों का कहना है कि यह बयान धार्मिक भेदभाव को बढ़ावा देने वाला है और समाज के आपसी भाईचारे को तोड़ता है।
गरबा आयोजनों पर असर?
अब सबकी नज़र इस बात पर टिकी है कि आने वाले दिनों में नवरात्रि के दौरान गरबा पंडालों में कोई नया नियम या पाबंदी लगाई जाती है या नहीं।





