देहरादून में महात्मा गांधी नरेगा कर्मचारी संगठन के कार्यकर्ताओं ने सोमवार को मुख्यमंत्री आवास कूच किया। उनका उद्देश्य मनरेगा कर्मियों के समायोजन और नियमितिकरण की मांग को लेकर मुख्यमंत्री से मिलना था। हालांकि, पुलिस ने हाथीबड़कला में बैरिकेडिंग लगाकर प्रदर्शनकारियों को रोक लिया। इससे नाराज कार्यकर्ता सड़क पर बैठ गए और नारेबाजी करने लगे। बाद में मुख्यमंत्री से मुलाकात कराने के आश्वासन के बाद प्रदर्शन समाप्त हो गया।
मुख्य मांगें:
- नियमितिकरण: संगठन के प्रदेश अध्यक्ष सुंदरमणी सेमवाल ने मांग की कि राज्य सरकार राजस्थान सरकार की तर्ज पर कांट्रेक्चूअल पालिसी के जरिये 10 वर्षों से अधिक समय से कार्यरत 1187 कार्मियों के पद सृजित करते हुए नियमितिकरण करें।
- वेतन वृद्धि: सेमवाल ने कहा कि मनरेगा कर्मियों को अल्प मानदेय मिलता है, जिससे परिवार का भरण-पोषण करना कठिन हो रहा है।
पृष्ठभूमि:
- मनरेगा कर्मी बीते 10 से 18 वर्षों से योजना में कार्यरत हैं।
- वर्ष 2013 के शासनादेश में जिला ग्राम्य विकास अभिकरण ने 209 कर्मिकों को राजकीय घोषित किया था, लेकिन अभी तक इस पर कार्रवाई नहीं हुई है।
- राजस्थान सरकार ने कांट्रेक्चूअल पालिसी के जरिये 4,966 पदों को सृजित करते हुए मनरेगा कर्मियों का नियमितिकरण किया है।
आगे की कार्रवाई:
- बुधवार को मुख्यमंत्री से मुलाकात के बाद आगे की कार्रवाई का निर्णय लिया जाएगा।
- संगठन के पदाधिकारी और कार्यकर्ता मुख्यमंत्री से मुलाकात कर अपनी मांगों को रखेंगे.





