देहरादून: उत्तराखंड के ऊंचाई वाले इलाकों में मौसम ने अचानक करवट ले ली है। सोमवार को केदारनाथ, बद्रीनाथ और हेमकुंड साहिब में सीजन की पहली बर्फबारी हुई, जिससे पूरा क्षेत्र बर्फ की सफेद चादर में लिपट गया। इस ताज़ा बर्फबारी से तापमान में भारी गिरावट दर्ज की गई और ठंड ने लोगों की मुश्किलें बढ़ा दी हैं।
केदारनाथ धाम में जमी बर्फ की परत
रुद्रप्रयाग जिले के केदारनाथ धाम में सोमवार सुबह से ही हल्की बर्फबारी शुरू हुई, जो कुछ देर बाद तेज़ हो गई। मंदिर परिसर और आसपास की ऊँची चोटियाँ बर्फ से ढक गईं। इस दौरान तापमान 5 डिग्री के करीब पहुंच गया। बाबा केदार के दर्शन के लिए पहुंचे श्रद्धालु ठंड में ठिठुरते नजर आए, लेकिन उनकी आस्था में कोई कमी नहीं आई।
बद्रीनाथ धाम और हेमकुंड साहिब में भी गिरी बर्फ
चमोली जिले के बद्रीनाथ धाम में भी बर्फबारी के बाद पूरा क्षेत्र मनमोहक नज़ारे में तब्दील हो गया। तीर्थयात्री और पर्यटक बर्फ से ढकी घाटियों में फोटो खींचते दिखे।
वहीं, हेमकुंड साहिब में भी इस सीजन की पहली बर्फबारी दर्ज की गई।करीबन 2 और 3 इंच तक स्नोफॉल देखी गई। श्रद्धालुओं ने बताया कि सोमवार सुबह से ही बादल छाए हुए थे और दोपहर तक बर्फ की परतें गिरनी शुरू हो गईं।

मौसम विभाग ने जारी किया अलर्ट
मौसम विभाग ने उत्तराखंड के ऊंचे इलाकों में अगले 48 घंटे तक बारिश और बर्फबारी का अलर्ट जारी किया है। केदारनाथ, बद्रीनाथ, हेमकुंड साहिब, औली, मुनस्यारी, धारचूला, जम्मू कश्मीर और हिमाचल प्रदेश में भारी बर्फबारी की संभावना जताई है।
साथ ही देहरादून, पौड़ी और नैनीताल जिलों में हल्की बारिश और तेज हवाओं के आसार हैं।पहाड़ों में हुई बर्फबारी का असर अब मैदानों में भी दिखने लगा है। देहरादून, हरिद्वार और रुड़की में सुबह-शाम ठंडी हवाओं ने लोगों को सर्दी का एहसास करवाना शुरू कर दिया है।
प्रशासन अलर्ट मोड पर
बर्फबारी के चलते प्रशासन ने यात्रियों से अपील की है कि वे बिना मौसम की जानकारी लिए ऊंचाई वाले क्षेत्रों की यात्रा न करें।
BRO (सीमा सड़क संगठन) की टीमें सड़कों से बर्फ हटाने में जुटी हैं ताकि यातायात प्रभावित न हो। साथ ही, पुलिस और आपदा प्रबंधन टीमें भी चौकन्नी कर दी गई हैं।





