देहरादून। पश्चिम बंगाल के मुर्शिदाबाद में टीएमसी विधायक हुमायूँ कबीर द्वारा बाबरी मस्जिद जैसी मस्जिद दोबारा बनाने के बयान के बाद विवाद बढ़ गया है। इस मुद्दे पर देशभर की प्रतिक्रिया जारी है। इसी क्रम में उत्तराखंड के मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने भी इस बयान को लेकर कड़ी आपत्ति जताई है।
सीएम धामी ने कहा कि यह अराजकता फैलाने और वोट बैंक की राजनीति का हिस्सा है। उन्होंने कहा कि कुछ लोग अब भी तुष्टीकरण की राजनीति करते हुए समाज को बांटने की कोशिश कर रहे हैं, लेकिन जनता अब ऐसे लोगों को पहचान चुकी है और उन्हें मुंह तोड़ जवाब दे रही है। धामी ने बिहार के चुनाव परिणामों का उदाहरण देते हुए कहा कि जनता झूठे नारों और अफवाहों को नकार रही है और विकास करने वाली सरकारों के साथ खड़ी है।
सीएम धामी ने स्पष्ट कहा कि उत्तराखंड में इस तरह का माहौल पैदा करने की किसी को अनुमति नहीं दी जाएगी। यह देवभूमि है और यहां के लोग हमेशा शांति और भाईचारे में विश्वास रखते हैं। उन्होंने कहा कि राज्य में लैंड जिहाद, लव जिहाद और थूक जिहाद जैसी गतिविधियों पर सरकार ने पहले ही सख्त कदम उठाकर ऐसे तत्वों को सबक सिखाया है। यूसीसी लागू होने के बाद अब बहुविवाह जैसी प्रथाओं का भी कोई स्थान नहीं है।
मदरसे बंद करने के सवाल पर धामी ने कहा कि हमारा लक्ष्य सभी बच्चों को अच्छी और समान शिक्षा देना है। राज्य में वही मदरसे बंद किए जाएंगे जो शिक्षा बोर्ड द्वारा तय पाठ्यक्रम का पालन नहीं करते। बच्चों को क्या पढ़ाया जा रहा है, यह सुनिश्चित किया जाना जरूरी है। किसी भी तरह की कट्टरपंथी शिक्षा को बढ़ावा देने की अनुमति नहीं होगी। धामी ने बताया कि सरकारी स्कूलों में गीता के श्लोक और कर्मयोग को भी पाठ्यक्रम में शामिल किया गया है, ताकि बच्चों में अच्छे संस्कार विकसित हों।





