उत्तराखंड: उत्तराखंड के पौड़ी से स्वास्थ्य विभाग पर सवाल खड़े करने करने वाला मामला सामने आया है। जहां पौड़ी जिला अस्पताल के इमरजेंसी वार्ड में बिजली गुल होने के बाद डॉक्टरों को मोबाइल की टॉर्च जलाकर मरीजों का इलाज करना पड़ा। इस पूरे घटनाक्रम का वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल हो गया है, जिसके बाद लोगों में नाराज़गी देखी जा रही है।

जानकारी के मुताबिक, यह घटना शुक्रवार रात की है। इस वायरल वीडियो में साफ देखा जा सकता है कि इमरजेंसी वार्ड में चारों तरफ अंधेरा फैला है और डॉक्टर मोबाइल की रोशनी में मरीजों की देखभाल कर रहे हैं। अस्पताल में मौजूद लोग भी इस स्थिति से परेशान दिखाई दिए।
पौड़ी जिला अस्पताल न सिर्फ शहर का बल्कि आसपास के ग्रामीण इलाकों के लिए भी प्रमुख स्वास्थ्य केंद्र है। ऐसे में बिजली की ऐसी स्थिति और जनरेटर की खराबी ने सिस्टम की लापरवाही को उजागर कर दिया है।
अस्पताल प्रशासन का कहना है कि तकनीकी खराबी और डीजल की कमी के कारण जनरेटर नहीं चल सका था।
डॉक्टरों ने बताया किअचानक पैड़ी जिला अस्पताल में बिजली चली गई। इस दौरान जनरेटर भी काम नहीं कर सका क्योंकि जनरेटर में डीजल नहीं था और तकनीकी खराबी के कारण उसे चालू नहीं किया जा सका। ऐसे में डॉक्टरों के पास कोई विकल्प नहीं बचा और उन्होंने मोबाइल फोन की फ्लैशलाइट की मदद से मरीजों का इलाज शुरू कर दिया गया था।





