नई दिल्ली: सोशल मीडिया पर इन दिनों एक ऑडियो क्लिप ने हलचल मचा दी है। इसमें एक महिला फोन पर एक जवान के साथ बातचीत के दौरान बेहद ही अपमानजनक भाषा का इस्तेमाल करती हुई सुनाई देती है। सामने वाला व्यक्ति एक आर्मी का जवान बताया जा रहा है। जवान से हुई इस बातचीत ने लोगों की भावनाओं को झकझोर दिया और इंटरनेट पर गुस्से की लहर दौड़ गई।
वायरल क्लिप में महिला जिसका नाम अनुराधा शर्मा बताया जा रहा है,वह HDFC बैंक, शाखा मुंबई की रिकवरी एजेंट बताई जा रही है। ऑडियो में महिला ने जवान से तीखी बहस करी और उसका अपमान करते हुए कई बातें कही। बातचीत की शुरुआत कथित रूप से एक लोन विवाद को लेकर हुई, लेकिन जल्द ही मामला व्यक्तिगत तानों तक पहुँच गया। महिला जवान को अशिक्षित और गँवार कहकर बोलती हैं कि, तुम्हे मैसेज का जवाब तो देना चाहिए कि कोई दिक्कत है?..जिसके बाद जवान महिला को जवाब देते हुए कहता है कि उसे पैसों को लेकर कुछ हिसाब समझ नहीं आया है। जिसके बाद महिला ने उसको अशिक्षित बताते हुए बोला कि, अरे 75 बार बताया तो। तुम गवार हो तो हम क्या कर सकते हैं। पढ़े लिखे होते तो अच्छी कंपनी में जॉब कर रहे होते। गवार हो तभी तो बॉर्डर पर भेज दिए गए हो तुम। कभी किसी के हक का नहीं खाना चाहिए हजम नहीं होगा।यहाँ तक कि उसके परिवार और बच्चों पर भी असंवेदनशील टिप्पणी करते हुए कहती हैं कि, तभी तुम्हारे बच्चे विकलांग पैदा होते हैं। और ऐसे लोग होते हैं जो शहीद हो जाते हैं।जवान बार-बार संयम बनाए रखता है, लेकिन महिला की भाषा और रवैया लगातार बिगड़ता जाता है।
देश की रक्षा करने वाले जवान के साथ इस तरह का व्यवहार आम जनता को रास नहीं आया। लोग सवाल उठा रहे हैं कि किसी भी निजी विवाद में इस तरह की अभद्र और अपमानजनक भाषा का सहारा लेना कहाँ तक उचित है? खासतौर पर तब, जब सामने वाला व्यक्ति सीमाओं पर तैनात होकर देश की सुरक्षा करता है।
जनता की प्रतिक्रिया
सोशल मीडिया पर हजारों यूज़र्स ने जवान के पक्ष में आवाज़ उठाई। कई लोगों ने कहा कि अगर यह महिला किसी बैंक या रिकवरी एजेंसी से जुड़ी हुई है तो संबंधित संस्था को जिम्मेदार ठहराया जाना चाहिए। वहीं, पूर्व सैनिकों और सामाजिक संगठनों ने भी नाराज़गी जताई और मामले की गहराई से जांच की मांग की। एक यूजर ने यह तक लिखा कि, अरे वो बॉर्डर पर है तभी तू आज चपड चपड़ कर रही है। तो दूसरे ने लिखा, निकालो जॉब से ओर किस्सा खत्म करो।
HDFC बैंक का रुख
क्लिप वायरल होने के बाद सोशल मीडिया पर यह चर्चा शुरू हो गई कि महिला HDFC बैंक की कर्मचारी है। इस पर बैंक ने सफाई दी कि महिला उनकी कर्मचारी नहीं है और इस तरह की भाषा बैंक की कार्यशैली का हिस्सा नहीं हो सकती। ऑडियो में सुनाई देने वाला व्यवहार अस्वीकार्य है और बैंक के मूल्यों की नहीं दर्शाता है।
हालांकि अभी तक इस ऑडियो क्लिप की प्रमाणिकता या इसमें शामिल महिला की पहचान की आधिकारिक पुष्टि नहीं हुई है। समाजार उत्तराखंड इस ऑडियो क्लिप की सत्यता की पुष्टि नहीं करता है।





