देहरादून: देहरादून जिले में 15 सितम्बर की रात आई भीषण आपदा ने प्रशासन की नींद उड़ा दी है। लगातार बारिश और बादल फटने से सहस्त्रधारा और कार्लीगाड़ क्षेत्र पूरी तरह प्रभावित हुआ। आपदा की सूचना मिलते ही जिलाधिकारी सविन बंसल और वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक खुद मौके पर पहुँचे। दोनों अधिकारियों ने करीब 8 किलोमीटर पैदल चलकर कार्लीगाड़ के उस गांव तक पहुंच बनाई, जो पूरी तरह संपर्क विहीन हो गया था।

रातभर चला रेस्क्यू ऑपरेशन
आपदा से प्रभावित हुए इस गांव में करीब 70 लोग 24 घंटे से फंसे थे। SDRF और जिला प्रशासन की टीमों ने कड़ी मशक्कत के बाद सभी लोगों को सुरक्षित बाहर निकाला और उन्हें सुरक्षित स्थानों पर शिफ्ट किया। जिलाधिकारी और SSP पूरी रात ग्राउंड जीरो पर डटे रहे और राहत-बचाव कार्य का जायजा किया।

पीड़ित परिवारों को मिलेगा किराए का खर्च
प्रशासन ने प्रभावित परिवारों को तीन माह तक प्रति माह 4-4 हजार रुपये किराया सहायता देने का एलान किया है। इसके अलावा पांच होटल, होटल वाइब्स लाइन, आईसबर्ग, हेली रिसॉर्ट एंड रेस्टोरेंट, होटल हिल व्यू और पर्ल इन को अस्थायी राहत शिविर के रूप में बदला गया है।
जिलाधिकारी सविन बंसल ने राहत शिविर में प्रभावित परिवारों से मुलाकात की और भरोसा दिलाया कि प्रशासन हर संभव मदद करेगा। उन्होंने कहा, “आपदा, मुसीबत या अनहोनी को न्यून करना जिला प्रशासन का दायित्व है। हम इसके लिए पूरी तरह प्रतिबद्ध हैं।”

साथ ही जिलाधिकारी ने सभी अधिकारियों को राहत सामग्री वितरण, सड़क मार्ग खोलने और आवश्यक संसाधनों की आपूर्ति में तेजी लाने के निर्देश दिए। वहीं SSP ने क्षेत्र में सुरक्षा और यातायात नियंत्रण के लिए पुलिस बल तैनात करने का आदेश दिया।





