उत्तराखंड: उत्तराखंड की राजधानी देहरादून के सहस्रधारा इलाके में सोमवार देर रात बादल फटने से भारी तबाही मची। करलिगाड़ नदी उफान पर आ गई और देखते ही देखते बाजार, होटल और पार्किंग स्थल पानी-मलबे में समा गए।
यह घटना सोमवार रात करीब 11:30 बजे हुई। जहां भारी बारिश के कारण सहस्रधारा नाले में अचानक पानी का बहाव बढ़ गया, जिससे यह घटना हुई। नाले का जलस्तर अचानक बढ़ने से मलबा बाजार क्षेत्र में घुस आया, जिससे कई दुकानें और होटल बुरी तरह क्षतिग्रस्त हो गए। कई गाड़ियाँ भी मलबे में दब गईं और सड़कें टूट गई।
स्थानीय लोगों ने बताया कि रात बदल फटने से अचानक तेज़ शोर के साथ नाले में पानी का बहाव बढ़ा और देखते ही देखते कई दुकानें व खाने-पीने की जगहें जलमग्न हो गई।
तेज़ बहाव और मलबे की वजह से राष्ट्रीय राजमार्ग पर बना एक पुल टूट गया। सहस्रधारा और IT पार्क क्षेत्र की कई सड़कों पर मलबा भर गया है, जिससे यातायात पूरी तरह ठप हो गया है।
दुकानें और होटल जलमग्न

स्थानीय लोगों के मुताबिक, देर रात नाले का जलस्तर अचानक बढ़ा और 7–8 दुकानें व दो होटल पानी में बह गए। कई गाड़ियाँ भी मलबे में दब गईं। दुकानदारों को भारी आर्थिक नुकसान हुआ है। साथ ही जामुनवाला स्थित प्रसिद्ध एकादश मुखी हनुमान मंदिर में हवन कुंड और शनि मंदिर बह गए। टपकेश्वर महादेव मंदिर परिसर भी बाढ़ के पानी से प्रभावित हुआ।
जनहानि और लापता लोग
प्रशासन ने बताया कि अब तक कम से कम दो लोग लापता हैं। वहीं मसूरी क्षेत्र में एक मजदूर की मौत की खबर आई है। राहत-बचाव दल मलबे में दबे लोगों और वाहनों की तलाश कर रहे हैं।
राहत-बचाव कार्य जारी
SDRF और जिला प्रशासन की टीम मौके पर मौजूद है। मलबे में फंसी गाड़ियों और दुकानों को हटाने का काम जारी है। प्रभावितों को सुरक्षित स्थानों पर शिफ्ट किया जा रहा है।
मौसम विभाग का अलर्ट
मौसम विभाग ने अगले 24 घंटे तक देहरादून और आसपास के इलाकों में भारी बारिश का अलर्ट जारी किया है। प्रशासन ने लोगों से नदियों और नालों के किनारे जाने से बचने की अपील की है।





